-सुनील कुमार॥ जम्मू कश्मीर के राज्यपाल रहते हुए खबरों में अधिक आने वाले सत्यपाल मलिक बड़ा खुलकर बोलते हैं, और इस वजह से वे हाल के बरसों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के घरेलू आलोचक की तरह भी स्थापित हुए हैं। अब अपने मुखर होने की वजह से, या किसी और वजह से, सत्यपाल मलिक पिछले...
Category: गौरतलब
पत्ता-पत्ता, बूटा-बूटा, हाल हमारा जाने है, जाने न जाने गुल ही न जाने, बाग तो सारा जाने है
-सुनील कुमार॥ उत्तरप्रदेश के योगीराज में जिस अंदाज में किसी भी प्रदर्शन में शामिल मुस्लिमों के घरों को जिस तरह सरकारी बुलडोजर आनन-फानन जमींदोज करने में लग जा रहे हैं, वह देखना भी भयानक है। लेकिन देश के लोगों के लिए ही यह नजारा भयानक है, देश का सुप्रीम कोर्ट अभी शायद ठंडी पहाडिय़ों पर...
भारतीय मुसलमानों से एक संवाद
-क़मर वहीद नक़वी॥ नूपुर शर्मा की टिप्पणी से उपजे विवाद पर भारतीय मुसलमानों का एक वर्ग दो हफ़्ते बाद जो ग़ुस्सा जता रहा है, वह बिलकुल बेतुका है और राजनीतिक नासमझी का सबूत है। उनका ग़ुस्सा इतने दिनों बाद क्यों भड़का? क्या उनके पास इस सवाल का कोई तार्किक जवाब है? ज़ाहिर है कि व्यापक...
मन की बात बनाम मौलाना की बात..
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मासिक कार्यक्रम मन की बात प्रवचन की बात अधिक लगने लगा है। श्री मोदी इस कार्यक्रम में हर बार कुछ ऐसे लोगों का जिक्र करते हैं, जिन्होंने समाज हित के लिए कोई अनूठा काम किया हो, या जिनकी कोई खास उपलब्धि हो। इसके साथ ही वो युवा, विद्यार्थी, महिलाएं, आदिवासी, या...
मक्खन पर नयी लकीर..
-सर्वमित्रा सुरजन॥ वो राष्ट्रवादी ही क्या जो अपनी तकलीफ का इज़हार कर दें। देश में इस वक्त कितने तरह की मुश्किलों में आम आदमी जी रहा है। पढ़ाई, इलाज, खाना-पीना, नौकरी सबके लाले पड़े हैं, लेकिन फिर भी मजाल है कि ये तकलीफें किसी मस्जिद के सर्वे या शिवलिंग की तलाश में आड़े आई हों।...
6जी के सपने और ताबड़तोड़ महंगाई..
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण यानी ट्राई के रजत जयंती समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फिर अच्छे दिनों के ख्वाब देश को दिखाए हैं। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के भारत में कनेक्टिविटी, देश की प्रगति की गति को निर्धारित करेगी। इसलिए हर स्तर पर कनेक्टिविटी को आधुनिक बनाना ही होगा। श्री...
ज्ञानवापी विवाद और न्याय की खिचड़ी..
–कुमार सौवीर॥ (दुलत्ती वाले) लखनऊ : ज्ञानवापी सर्वे पर अदालत वाली जो कार्रवाई चल रही है और उससे जो भी फैसले सामने आ रहे हैं, वह अभूतपूर्व है। न भूतो, न भविष्यते। न कोर्ट कमिश्नर ने अपनी गरिमा और गोपनीयता को बरकरार रखा है और न ही मामले की सतत सुनवाई में जज ने अपने दायित्वों...
अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारी का भारत का दावा एक हफ्ते के भीतर फुस्स हो गया!
-सुनील कुमार॥ भारत सरकार का एक और फैसला लोगों को हैरान भी कर रहा है, और अनाज की कमी का सामना कर रही दुनिया को सदमा भी पहुंचा रहा है। लेकिन खुद हिन्दुस्तान के भीतर अभी यह साफ नहीं है कि केन्द्र सरकार ने एक हफ्ते के भीतर अपनी खुद की नीतिगत घोषणाओं पर इतना...
दौलतमंद और ताकतवर मुजरिम सस्ते में क्यों छोड़े जाते हैं?
-सुनील कुमार॥ पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश वाली तीन जजों की एक बेंच ने मध्यप्रदेश के एक एबीवीपी पदाधिकारी को हाईकोर्ट से मिली जमानत रद्द कर दी, और हफ्ते भर में सरेंडर करने के लिए कहा। जबलपुर में एक छात्रा से बलात्कार के आरोपी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के एक नेता को जब...
क्षेत्रीय भाषा की बात निकली है तो फिर दूर तलक जाएगी.. .
-सुनील कुमार॥ अब मानो कि हिन्दुस्तान में महंगाई, बेरोजगारी, मंदी जैसी सुबह से शाम तक की दिक्कतें खत्म हो चुकी हों, अब एक और बड़ा विवाद शुरू हुआ है। कल ही तमिलनाडु के शिक्षामंत्री का एक दीक्षांत समारोह में दिया गया भाषण टीवी पर छाया हुआ था जिसमें वे हिन्दी को पानीपूरी (गुपचुप) बेचने वालों...
…इस बुलडोजरी-जुल्म के खिलाफ जाएं तो जाएं कहाँ ?
-सुनील कुमार॥ मध्यप्रदेश का डिंडौरी जिला छत्तीसगढ़ के करीब है, और इसकी पहचान एक आदिवासी इलाके के रूप में होती है। लेकिन अभी चार दिन पहले की एक खबर बताती है कि ऐसे इलाके में भी हिन्दू-मुस्लिम साम्प्रदायिक तनाव इतना बढ़ गया है, और मध्यप्रदेश की भाजपा की शिवराज सिंह सरकार अपने तीसरे कार्यकाल में...
भटकते सपने और उनका दर्द..
-सर्वमित्रा सुरजन॥ अब तो तुम समझो कि अनारकली जैसी हालत केवल तुम्हारी नहीं है, इन बच्चों की भी है। इन बच्चों को भी सालों-साल अधर में लटका कर रखा जाता है। जो कमजोर होते हैं, वो लटकने को जीवन की नियति बना लेते हैं और जो हिम्मत जुटाकर विरोध करते हैं, उनके सामने जेल के...