फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सऐप से लेकर नेटफ्लिक्स, एमेजॉन आदि पर जिस तरह कई बार भ्रामक खबरों और भाषायी उच्छृंखलता से दो-चार होना पड़ता है, वह किसी
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जिसका कोई नहीं था उसके इतने मिल गए..
-संजय कुमार सिंह॥नरेन्द्र मोदी और अमित शाह की सहायता करने वाले बहुत सारे नौकरशाह सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर हैं। आइए, ऐसे अफसरों से मोदी-शाह
दिशा और उजाले का सवाल..
जो इंसान प्रकृति को बचाने की लड़ाई लड़ता है, जो पर्यावरण से प्यार करता है, क्या वह मानवता से नफरत कर सकता है। यह सवाल
सूचना का अधिकार, सत्ता के पुलाव का सबसे सख्त कंकड़..
-सुनील कुमार॥सत्ता पर बैठे लोग, समाज के ताकतवर लोग, सार्वजनिक संस्थाओं और ओहदों पर काबिज लोग अगर किसी बात पर सबसे अधिक विचलित होते हैं
रिहन्ना के बहाने: जब लोगों के दिमाग का दिवालिया निकल जाए..
-सुनील कुमार॥पश्चिम की एक पॉप गायिका रिहन्ना ने भारत के किसान आंदोलन के समर्थन में एक ट्वीट क्या कर दिया, बात की बात में हिन्दुस्तानी
लोकतंत्र क्यों गिर पड़ा खाई में..
लोकतंत्र सूचकांक की 2020 की वैश्विक रैंकिंग में भारत अब 6.61 अंकों के साथ दो पायदान लुढ़कते हुए 53वें स्थान पर पहुंच गया है। भारत
भस्मासुर की कथा से भी नहीं सीखे सबक..
भस्मासुर की कहानी इस देश में अनगिनत बार सुनी-सुनाई जा चुकी है। लेकिन फिर भी इसका सबक हमें शायद पूरा याद नहीं हुआ है। अपनी
किसान आंदोलन, 26 जनवरी के पहले और बाद का फर्क
-सुनील कुमार॥सोशल मीडिया के एक तबके की बात छोड़ दें, तो भारत का किसान आंदोलन चल भी रहा है, इसकी खबर मीडिया के कम ही
किसान आंदोलन का विकट संकट..
-अनिल शुक्ल || बेशक़ राकेश टिकैत के आंसुओं ने किसान आंदोलन को फिलहाल उखड़ने से बचा लिया है लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि आंदोलन
ये व्हाट्सऐप संदेश खतरनाक है
मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप को लेकर इस वक्त काफी खलबली मची हुई है। दरअसल हाल ही में इसके उपभोक्ताओं के सामने नई प्राइवेसी पालिसी रखी गई,
नगदी, या निजता, लोग भुगतान कैसे करना चाहते हैं?
-सुनील कुमार॥दुनिया में सबसे लोकप्रिय सोशल मीडिया फेसबुक, और सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाला मैसेंजर वॉट्सऐप दोनों एक ही मालिक के हाथ हैं। अब वॉट्सऐप
पराजित फेसबुक..
-अनिल शुक्ल॥बीते रविवार की शाम ने उस ‘फेसबुक’ को हथियार डालने को मजबूर कर दिया जिसने ‘किसान एकता मोर्चा’ के ऑफीशियल ‘फेसबुक पेज’ और ‘इंस्टाग्राम