सचिन ने जिस मुकाम से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा है शायद उस मुकाम का सचिन ने भी सपना नहीं देखा रहा होगा … वंडरफुल विदाई … अलविदा सचिन … शुक्रिया … शुभकामनाएँ … मित्रों, यहाँ मैं यह स्पष्ट कर देना उचित समझता हूँ कि मैं न तो सचिन तेंदुलकर का ब्लाइंड सपोर्टर हूँ, और न […]
श्याम कोरी 'उदय'
छत्तीसगढ़ विस चुनावों में गड्ड-मड्ड नतीजों की सम्भावना…
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों को लेकर दलगत टिकट वितरण की कच-कच, उठा-पटक, धींगा-मस्ती, पटका-पटकी, रस्साकशी की पूर्णता के पश्चात विधानसभा चुनावों की सरगर्मियां तेज हो गई हैं, कांग्रेस और भाजपा दोनों अपनी अपनी ओर से जीत का दम भर रहे हैं, पूर्ण बहुमत हासिल करने की ताल ठोक रहे हैं, सरकार बनाने का दावा कर […]
धर्मनिरपेक्षता की आड़ में धर्मनिरपेक्षता का दुरुपयोग…
यदि कोई राजनैतिक दल या कोई व्यक्ति विशेष किसी धर्म विशेष के सहारे सत्ता प्राप्त करने का स्वप्न देखेगा या सत्ता प्राप्त करने का प्रयास करेगा तब भी वह अपने मंसूबों को पूरा कर पाने में सफल नहीं हो पायेगा क्योंकि धर्मनिरपेक्षता के मामले में आज हमारे देश के लगभग […]
साम्प्रदायिक हिंसा बिल ही क्यों, राजनैतिक हिंसा बिल क्यों नहीं…
आज कौन नहीं जानता है कि ज्यादातर हिंसाओं व दंगों के पीछे राजनैतिक पृष्ठभूमि होती है, राजनैतिक समीकरण होते हैं, राजनैतिक इरादे होते हैं, राजनैतिक महत्वाकांक्षाएं होती हैं. यदि आज हम साम्प्रदायिक हिंसा की तह में जाने की कोशिश करेंगे तो अंत में हमें कठोर व ठोस राजनैतिक धरातल ही […]
राहुल गांधी कुशल व दूरदर्शी राजनेता हो सकते हैं…
जहां तक मुझे लग रहा है कि राहुल गांधी को लोग बहुत हल्के में ले रहे हैं जबकि सच्चाई ये है कि वे निरंतर राजनैतिक परिपक्वता की ओर अग्रसर हैं, राहुल गांधी न तो पप्पू है, न ही बच्चा है, और न ही उतना नासमझ है जितना समझ रहे हैं […]
एक चिट्ठी अरविन्द केजरीवाल के नाम …
अरविन्द केजरीवाल जी, जय हिन्द कल आपकी अर्थात आम आदमी पार्टी की चुनाव सर्वे सम्बन्धी प्रेस कान्फ्रेंस पर अचानक नजर पडी, नजर पड़ते ही यह सोचकर थोड़ा भौंचक सा हुआ कि ये क्या हो रहा है अर्थात आप क्या कर रहे हैं ? मुझे इस प्रश्न का कोई सकारात्मक उत्तर नहीं मिला इसलिए […]
चुनावों में सोशल मीडिया की भूमिका…
कुछ वर्ष पहले हमने टेलीविजन का दौर देखा था जो कहीं धीरे-धीरे तो कहीं तेजगति से शहरों से गाँवों तक पहुंचा था, ठीक उसी प्रकार आज हम शहर-शहर व गाँव-गाँव तक फेसबुक, ब्लॉग, ट्विटर, वेबसाईट, मेल, इत्यादि का दौर देख रहे हैं, कंप्यूटर व इंटरनेट का दौर देख रहे हैं, इनका भरपूर उपयोग देख रहे हैं, उपयोग करने वालों को देख रहे हैं. […]
भाजपा-कांग्रेस दोनों के सिर पर मंडराते संकट के बादल…
आज हम जिस दौर से गुजर रहे हैं वह राजनैतिक परिवर्तन का दौर है, व्यवस्था परिवर्तन का दौर है, सत्ता परिवर्तन का दौर है, विकास का दौर है, नई तकनीक का दौर है, नई उम्मीदों व नई आशाओं का दौर है ! लेकिन यह दौर, आज का दौर, हमारे सबसे बड़े राजनैतिक दलों कांग्रेस व भाजपा दोनों के […]
लालू यादव को पांच साल की सज़ा, राजनैतिक भविष्य संकट में…
आज यह सवाल उठना लाजमी है कि न्यायालय से चारा घोटाले में लालू यादव को पांच साल की सज़ा सुनाये जाने के बाद लालू यादव व उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल का राजनैतिक भविष्य क्या होगा ? इस सवाल का जवाब कठिन जरुर है लेकिन इतना भी कठिन नहीं है कि जवाब दिया ही न जा सके, उक्त सन्दर्भ […]
दावों बनाम वादों की राजनीति…
-श्याम कोरी ‘उदय’|| भारत दुनिया का एक विशालतम लोकतंत्र है किन्तु आज यह भ्रष्टाचार व घोटाले रूपी जिस जघन्य दौर से गुजर रहा है, उसे देखकर व उसके बारे में सोचकर अन्दर ही अन्दर एक अजीब तरह की खीज व तिलमिलाहट शुरू हो जाती है, सरल शब्दों में कहा जाए […]
भारत-पाक रिश्तों पर आतंकी साया…
-श्याम उदय कोरी|| अगर हम देखेंगे तो विश्व के मानचित्र पर भारत व पाक रूपी देशों के चित्र एक ही दिन उकेरे गए साफ़ साफ़ नजर आ जायेंगे, नजर आयें भी क्यूँ नहीं जब दोनों ही मुल्कों का जन्म एक ही दिन हुआ हो, यह बात किसी से छिपी नहीं […]