रात करीब ढाई बजे नॉर्दन ग्रिड फेल हो जाने के कारण दिल्ली सहित उत्तर भारत के 9 राज्यों में ब्लैक आउट हो गया. बिजली फेल होने के कारण दिल्ली की लाइफ लाइन मेट्रो के पहिये थम गए,
उधर, दिल्ली जल बोर्ड के सभी वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद हो जाने के कारण सुबह के समय पानी की सप्लाई नहीं हुई. लोगों को शाम के वक्त ही पानी सप्लाई हो पाएगा. पॉवर ग्रिड कॉरपोरेशन की टीमें लाइनों में आई खराबी को दूर करने में लगी हुई हैं.
नॉर्दन ग्रिड से मिली जानकारी के मुताबिक रात 2 बजकर 32 मिनट पर 400 केवी की ग्वालियर-आगरा सर्किट-2 व 400 केवी की ही जेरदा-कंकरोली इंटर रीजनल लाइनों में खराबी आ गई, जिसके कारण नॉदर्न ग्रिड फेल हो गया. ग्रिड के फेल होते ही पूरा उत्तर भारत संकट में आ गया. हालांकि, दिल्ली को बिजली की सप्लाई करने वाले 705 मेगावॉट क्षमता वाले बदरपुर थर्मल पॉवर प्लांट की 3 यूनिटें और नरौरा, सिम्भावली व राजस्थान के भीनमाल पॉवर प्लांट चलते रहे. आठ घंटे से ज्यादा समय तक 9 राज्यों में बिजली की सप्लाई ठप रही.
ग्रिड की खराबी के कारण दिल्ली, हिमाचल, जम्मू- काश्मीर, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड पंजाब, राजस्थान और मध्य प्रदेश की बिजली सप्लाई चरमरा गई. यहां बिजली की सप्लाई नॉर्मल करने के लिए ईस्टर्न और वेस्टर्न ग्रिड से बिजली की सप्लाई लेनी पड़ी.
दिल्ली जल बोर्ड के मेंबर वॉटर सप्लाई बी. एम. धौल के मुताबिक बिजली गुल होने के कारण सुबह 7 बजे तक सभी वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट ठप हो गए. 7 बजे के बाद नांगलोई वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट को छोड़कर सभी प्लांटों में उत्पादन शुरू हो गया था. प्लांट बंद रहने के कारण सुबह के समय राजधानी में पानी की सप्लाई नहीं होगी. शाम के वक्त ही लोगों को पानी की सप्लाई हो पाएगी. मेट्रो बंद होने के कारण आज सुबह डीटीसी की बसों में जबरदस्त भीड़ देखने को मिली. मेट्रो में सफर करने वाले लोगों को मेट्रो बंद होने के कारण बेहद परेशानी का सामना करना पड़ा.
इस सबके बावजूद जहाँ केन्द्रीय बिजली मंत्री शिंदे यूपीए सरकार की तारीफ करते हुए कहते हैं कि देश में बिजली की कोई कमी नहीं है तो दूसरी तरफ टीम अन्ना ने इस बिजली संकट पर राजनीति करनी शुरू कर दी और इसे यूपीए सरकार की साजिश बताया. टीम अन्ना के कुमार विश्वास ने आरोप लगाया कि अन्ना समर्थकों को आन्दोलन स्थल तक ना पहुँचने देने के लिए यह नया हथकंडा अपनाया है केंद्र सरकार ने.