भोपाल। उमरिया के पत्रकार चंद्रिका राय व उनके परिवार के हत्याकांड में नया मोड़ आ गया है। अब तक लगातार विरोधाभासी बयान तथा अपहरण और हत्या को मिलाने वाली पुलिस भी चौंक गई है। घटना वाली रात चंद्रिका राय के एटीएम से रुपए निकाले गए हैं। पर एटीएम से रुपए निकालने वाला कौन है? इसका पता नहीं चल पाया है। पुलिस उसका पता लगाने में जुटी हुई है। अभी तक पुलिस हत्याकांड की जो कहानी बता रही थी, उसके तार आपस में नहीं जुड़ पा रहे हैं। स्क्रिप्ट अपने हिसाब से लिखने के चक्कर में पुलिस फंस गई है।
सूत्रों के मुताबिक चंद्रिका राय की 17-18 फरवरी की रात हुई हत्या के बाद उनके एटीएम खाते से रुपए निकाले गए हैं। रुपए निकालने के लिए शहडोल रेलवे स्टेशन के एटीएम का इस्तेमाल किया गया है। रुपए निकालने वाले व्यक्ति की सीसीटीवी कैमरे में तस्वीर भी कैद हो चुकी है, पर कुछ भी स्पष्ट नजर नहीं आ पा रहा है। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे के फुटेज भी अपने कब्जे में ले लिए हैं। पुलिस ने इन फुटेज को चंद्रिका राय के दोस्तों और परिजनों को पुलिस ने दिखाए भी हैं। इस फुटेज में जो शख्स है उसको हिरासत में लेने के लिए पुलिस ने जाल भी बिछा दिया है। बताया जा रहा है कि रविवार तक वह शख्स पुलिस की हिरासत में होगा।
बताया जा रहा है कि एटीएम से रुपए निकालने वाला शख्स चंद्रिका राय के साथ रात-दिन रहने वाला है। पुलिस अधिकारियों से जब इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने चंद्रिका राय के एटीएम से घटना वाली रात रुपए निकालने की बात तो स्वीकारी है, लेकिन उस शख्स के बारे में अभी खुलासा नहीं किया है। पुलिस अभी तक चंद्रिका हत्याकांड की जो कहानी अपहरण कांड से जोड़कर बता रही थी, उसके तार पूरी तरह नहीं जुड़ पाए हैं। सूत्रों के मुताबिक उमरिया पुलिस ने जल्दबाजी में और आरोपियों के कहने मात्र से अपहरण कांड और हत्याकांड को आपस में जोड़ दिया था।
पहले पुलिस ने एक कथित आरोपी के बयान पर चंद्रिका को भी अपहरण कांड से जोड़ने की कोशिश की थी, फिर उसकी कहानी पलट गई। उमरिया के एसपी ने कुछ बयान दिया तो डीजीपी का बयान अलग आया। इसके बाद ही कहानी में पेंच फंस गया। पहले पुलिस ने कहा था कि रुपये के बंटवारे को लेकर चंद्रिका राय तथा उसके परिवार की हत्या हुई है। बाद पुलिस ने कहानी पलटते हुए कहा कि जो गिरफ्तारियां हुई हैं वह चंद्रिका राय की हत्या नहीं बल्कि इंजीनियर के बेटे के अपरहण में हुई हैं।
Bharat men nav yova yovtiyon key molik yon adhikaron ka hota hen hanan bharat men kiya jaye sax free jor jabardasti karne walon par ho sakht sey sakht karya vahi key pravdhan jald sey jald lane zarori hen varna ese hi chalta raheg sanskriti par kabhi var nahi hota satta ki ladai hoti hey itihas gawah hey. Atik vishal