हम ऐसी हर कार्रवाई की निंदा करते हैं जो हमारी संपादकीय स्वतंत्रता पर अंकुश लगाती है और हमारी निष्पक्ष अंतरराष्ट्रीय न्यूज़ सर्विस को जनता तक पहुँचने से रोकती है। हम आग्रह करेंगे कि बीबीसी वर्ल्ड न्यूज़ और अन्य अंतरराष्ट्रीय चैनलों को दोबारा जनता तक पहुँचने दिया जाए।”
-बीबीसी प्रवक्ता
ऑपरेटरों का कहना है कि ये क़दम बीबीसी की टीवी डॉक्यूमेंटरी ‘सीक्रेट पाकिस्तान – डबल क्रॉस’ को प्रसारित किए जाने के बाद उठाया गया है। इस डॉक्यूमेंट्री की दो सीरीज करीब एक महीने पहले प्रसारित हुई थी। इसमें कई राजनयिकों और खुफिया अधिकारियों के अलावा कुछ अलकायदा नेताओं के इंटरव्यू भी हैं जो साबित करते हैं कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान युद्ध के दौरान और उसके बाद ‘डबल क्रॉस’ यानी दोगले का किरदार अदा किया है। ऑल पाकिस्तान केबल ऑपरेटर्स एसोसिएशन ने मंगलवार को घोषणा की कि बुधवार से जो भी विदेशी चैनल ‘पाकिस्तान विरोधी’ कार्यक्रम दिखाएँगे उनको दिखाना बंद कर दिया जाएगा।
दिलचस्प बात यह है कि पाकिस्तान को इस गाली से उस वक्त तो कोई फर्क नहीं पड़ा जब यह डॉक्यूमेंट्री प्रसारित हुई थी, लेकिन अब जबकि नैटो हमले में दो दर्ज़न सैनिक मारे जा चुके हैं सबको पश्चिमी मीडिया में खोट नजर आने लगा है। हालांकि बाहरी तौर पर केबल ऑपरेटरों के संगठन ही बयान जारी कर रहे हैं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इसके पीछे सरकार और सरकारी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है।
बीबीसी की डॉक्यूमेंटरी ‘सीक्रेट पाकिस्तान’ में पाकिस्तान की तालिबान के चरमपंथ से लड़ने की प्रतिबद्धता पर सवाल उठाए गए हैं। अमरीकी ख़ुफ़िया एजेंसियों के अधिकारियों के हवाले से इसमें पाकिस्तान के कुछ लोगों पर आरोप लगाए गए हैं कि एक ओर वे सार्वजनिक तौर पर अमरीका के सहयोगी होने का दावा करते हैं और दूसरी ओर वे ख़ुफ़िया तरीके से अफ़ग़ानिस्तान के तालिबान के हथियार और प्रशिक्षण देते हैं। ग़ौरतलब है कि हाल में पाकिस्तान में अफ़ग़ान सीमा के पास नैटो सैनिकों के हमले में पाकिस्तान के 24 सैनिकों के मारे जाने के बाद पाकिस्तानी मीडिया में चल रही आलोचनाओं के बीच बीबीसी वर्ल्ड न्यूज़ को ब्लॉक करने का फ़ैसला लिया गया है।
देखें विवादास्पद डॉक्यूमेंट्री ‘सीक्रेट पाकिस्तान – डबल क्रॉस’ भाग -1
http://www.youtube.com/watch?v=JJdFqioR-YA
भाग -2