मजदूरों के पलायन पर उंगली भाजपा की ओर..
दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी भाजपा के सोशल मीडिया हमले का मुकाबला करने में लगी है। पार्टी को प्रवासी मजदूरों के पलायन के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। सिर्फ इसलिए कि उसने योगी आदित्यनाथ की बसें पकड़ने निकले मजदूरों की सहायता करने की कोशिश की। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने शनिवार को ट्वीट किया कि (उनकी) सरकार (ने) कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने हेतु लागू लॉक डाउन के कारण पलायन कर रहे कामगारों की मदद के लिए 1000 बसों का इंतजाम किया है जिससे लोग अपने गंतव्य स्थान तक बिना किसी परेशानी के पहुंच सकें।
आम आदमी पार्टी के मंत्रियों ने शुक्रवार को अपने वीडियो पोस्ट किए जिसमें दिखाया गया था कि वे मजदूरों को रोकने की कोशिश कर रहे थे और समझा रहे थे कि दिल्ली छोड़कर न जाएं बल्कि शेल्टर होम में चलें। दिल्ली में अरविन्द केजरीवाल की सरकार जल्दी ही 72 लाख से ज्यादा लोगों के लिए राशन की व्यवस्था कर रही है और रोज चार लाख लोगों के लिए मुफ्त खाना परोस रही है। लेकिन जब पलायन जारी रहा तो मनीष सिसोदिया ने एलान किया कि शहर की 100 बसें दिल्ली से जाने के इच्छुक लोगों को आनंद विहार बस टर्मिनल पर छोड़ देंगी। वहां से वे गाजियाबाद जा सकते हैं।
(शहर में चलने वाली डीटीसी की आम बसें गाजियाबाद नहीं जातीं और उत्तर प्रदेश राज्य पथ परिवहन निगम की बसें दिल्ली सीमा पर आनंद विहार बस अड्डे के लिए दिल्ली में प्रवेश नहीं करतीं। सीमा के दोनों ओर दोनों राज्यों के बस स्टैंड अलग हैं। यह एक देश, दो बस स्टैंड का घोषित मामला है पर अभी मुद्दा नहीं है। वैसे भी, डीटीसी की बसें सीएनजी से चलती हैं और दिल्ली से ज्यादा दूर सीएनजी मिलती ही नहीं है इसलिए भी डीटीसी की बसें बिहार यूपी नहीं जा सकतीं। यह एक देश, एक टैक्स के नाम पर जीएसटी लागू किए जाने के बावजूद है। कोष्ठक का यह अंश खबर में नहीं है।)
आखिरकार, आदित्यनाथ की बसें बहुत देरी से धीरे-धीरे आईं और वहां इकट्ठा एक लाख के करीब लोगों में से बहुत कम लोगों को ले जा सकीं। इतने लोगों का इकट्ठा होना अपने आप में कोरोना खतरा था। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव (संगठन) बीएल संतोष ने शनिवार की रात ट्वीट किया, प्रवासी मजदूर कैमरे पर कह रहे हैं कि उनसे कहा गया था कि आनंद विहार में बसें मिलेंगी …. डीटीसी बसें उन्हें आनंद विहार छोड़ रही हैं …. कुछ ताकतें भारत को हराना चाहती हैं हैशटैग इंडिया फाइट्स कोरोना देश … उन्हें माफ नहीं करेगा। इसके बाद भाजपा नेताओं ने ट्वीट की झड़ी लगा दी। केजरीवाल पर आरोप लगाया गया कि मजदूरों को देश की राजधानी की सीमा तक पहुंचाकर वे जानबूझकर कोरोनावायरस फैला रहे हैं।
आम आदमी पार्टी के सोशल मीडिया हैंडल से शुरू में 1000 बसें मुहैया कराने के आदित्यनाथ के ट्वीट को शेयर करने की कोशिश की गई पर बाद में जब केंद्र ने राज्यों से कहा कि लोगों का आना-जाना रोका जाए तो पटरी बदल ली गई। इतवार की सुबह तक दिल्ली की सड़कों को बड़े होर्डिंग लग गए थे जिसमें प्रवासियों से दिल्ली में बने रहने के लिए कहा गया और भोजन देने का वादा किया गया। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में ही रहने की अपील करने वाले केजरीवाल के वीडियो जारी किए। पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह और मनीष सिसोदिया ने मजदूरों के पलायन पर भाजपा की “गंदी राजनीति” की निन्दा की। पार्टी के सोशल मीडिया हैंडल से दिन भर पार्टी कार्यकर्ताओं और आम लोगों द्वारा जनता की सहायता करने की तस्वीरें पोस्ट की जाती रहीं।
नोएडा में आम आदमी पार्टी के विधायक राघव चड्ढा के खिलाफ एक मामला दर्ज कराया गया क्योंकि उन्होंने यह कहा था कि भाजपा की सरकार प्रवासियों को पिटवा रही है। आप के एक सूत्र ने कहा कि पार्टी की सोशल मीडिया टीम लगातार उन जगहों के बारे में बता रही है जहां सहायता मिल रही है और जरूरतमंदों को खाना खिलाया जा रहा है तथा भाजपा के दुष्प्रचार का मुकाबला किया जा रहा है।
( द टेलीग्राफ में प्रकाशित फिरोज एल विनसेन्ट की खबर का संजय कुमार सिंह द्वारा अनुवाद)