-प्रियांशु।।
दिल्ली के अरविंद केजरीवाल अब उन मुख्यमंत्रियों की सूची में शामिल हो गए है जिन्होंने नागरिकता संशोधन अधिनियम, 2019 का खुलकर विरोध किया हैं। केजरीवाल ने आईएएनएस को बताया कि उनकी पार्टी ने संसद में इस विधेयक का पुरजोर विरोध किया, और यह तब तक विरोध जारी रहेगा, जब तक कि यह पूर्ण रूप से पारित नहीं हो जाता।
वहीं आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में कहा था कि विधेयक ने संविधान का उल्लंघन किया है, और इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने आगे कहा था, “मैं इस विधेयक का विरोध कर रहा हूं क्योंकि यह बाबासाहेब अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान के खिलाफ है। यह संविधान की प्रस्तावना के खिलाफ है। यह महात्मा गांधी और भगत सिंह के सपनों के भारत के खिलाफ है।”
केजरीवाल अकेले नहीं हैं, बल्कि कई विपक्षी मुख्यमंत्रियों ने कहा है कि वे नागरिक संशोधन कानून का विरोध कर रहे है। अब तक, पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी, केरल के पिनारयी विजयन, पंजाब के अमरिंदर सिंह, मध्य प्रदेश के कमलनाथ और छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल ने कहा है कि वे “नागरिक संशोधन कानून” को अपने राज्यों में लागू नहीं होने देंगे।