-प्रियांशु।।
‘यदि नागरिकता संशोधन विधेयक पारित हो गया, मैं नागरिक अवज्ञा आन्दोलन शुरू कर दूँगा। मैं अपने आप को मुसलमान के रूप में पंजीकृत करवा लूँगा। मैं एनआरसी के पास अपना कोई काग़ज़ जमा नहीं करूँगा। दस्तावेज़ न होने की वजह से किसी भी मुसलमान को जो सज़ा दी जा सकती है, मसलन, डीटेंशन सेंटर में भेजना या नागरिकता रद्द कर देना, मैं उसकी माँग करूँगा। इस नागरकि अवज्ञा आन्दोलन में आप भी शामिल हों।
नागरिक संशोधन बिल के लोकसभा में पास होने के बाद यह बयान उस पूर्व आईएएस ऑफिसर हर्ष मंदर का है, जिन्होंने गुजरात दंगो के खिलाफ आईएएस की नौकरी से इस्तीफ़ा दे दिया था। मानवाधिकार आंदोलन से जुड़े श्री मंदर ने इस बिल का विरोध दर्ज कराते हुए बताया कि अगर यह विधेयक राज्यसभा में भी पास हो गया तो वह आधिकारिक रूप से मुसलमान हो जाएंगे और एनआरसी को कोई दस्तावेज जमा नहीं करेंगे।
आपको बता दे कि सभी विपक्षी पार्टियों के घोर विरोध के बाद भी नागरिकता संशोधन विधेयक को एक लंबी बहस के बाद लोकसभा में 311-80 के बहुमत के साथ पास किया गया। हालांकि सरकार की असली परीक्षा तब होगी जब बुधवार को यह बिल राज्यसभा में पेश किया जाएगा। पांच सीटें ख़ाली होने के कारण राज्यसभा में सांसदों की संख्या कुल 240 है। ऐसे में उच्च सदन में इस बिल को पास करवाने के लिए 121 सांसदों के मतों की आवश्यकता पड़ेगी जिसके कारण बीजेपी को राजग से बाहर जाकर अन्य विपक्षी दलों से समर्थन जुटाना पड़ेगा।
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