सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को दिल्ली विधानसभा के भविष्य को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई टलने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) एक बार फिर से उप राज्यपाल नजीब जंग पर हमलावर हो गई है. आप ने आरोप लगाया कि उप राज्यपाल दिल्ली में भाजपा की सरकार बनवाना चाहते हैं.
सर्वोच्च न्यायालय में आज दिल्ली में विधानसभा के भविष्य को लेकर सुनवाई थी. सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार ने दलील दी कि अभी इस मामले में दिल्ली के उप राज्यपाल द्वारा राष्ट्रपति को भेजी गई सिफारिश पर कोई जवाब नहीं आया है और वह अभी इस बारे में कोई समय सीमा नहीं दे सकती है कि राष्ट्रपति की तरफ से जवाब आने में कितना समय और लगेगा, लिहाजा उन्हें एक माह की मोहलत दी जाए. कोर्ट ने केंद्र की दलील को मानते हुए सुनवाई को टाल दिया. अब इस मामले में दस अक्टूबर को सुनवाई होगी. कोर्ट ने सुनवाई के दौरान आप द्वारा किए गए स्टिंग ‘ऑपरेशन पर्दाफाश’ पर भी फिलहाल विचार करने से मना कर दिया.
आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सुनवाई टलने के बाद भाजपा और उप राज्यपाल नजीब जंग पर हमले तेज करते हुए कहा कि कि समझ नहीं आ रहा कि आखिर किस आधार पर उप राच्यपाल ने अपनी रिपोर्ट दी. भाजपा पहले ही लिखित में सरकार बनाने से इनकार कर चुकी है. भाजपा ने न तो वह पत्र वापस लिया है और न ही नया पत्र उप राज्यपाल को दिया है? आखिर उप राज्यपाल कौन सा गणित इस्तेमाल कर रहे हैं.
सुनवाई के भाग लेने के लिए सर्वोच्च न्यायालय आए केजरीवाल ने न्यायपालिका पर भरोसा जताते हुए कहा, हमें न्याय मिलने की उम्मीद है. केजरीवाल ने कहा कि इस मामले में वह बुधवार 9.30 बजे उप राज्यपाल से मिलेंगे. उन्होंने कहा कि यदि भाजपा की लहर है तो वह सरकार बनाए, परंतु उसमें भ्रष्टाचार न हो. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा आप के 15 विधायकों के साथ संपर्क में थी.
गौरतलब है कि इससे पहले सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते दिल्ली में सरकार बनाने के लिए भाजपा को आमंत्रित करने की आई मीडिया रिपोर्टो के बाद आप द्वारा उप राज्यपाल नजीब जंग पर विधायकों की खरीद-फरोख्त को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया था.
,केजरीवालजी, सियासी पेच ही ऐसे हैं.केवल ईमानदारी से अब राजनीती नहीं चलती, तो गांधीजी की तरह ,राजनीति करनी हैऔर चलानी हैतो वैसा ही त्यागमय जीवन , ईमानदारी, और सिद्धातों पर अटल रहना सीखये गांधी दर्शन का गहनता से अध्ययन कर सहनशीलता को अपनाइये और यह सब करना आपके वश में नहीं आप केवल गांधीवादी होने का ढोंग कर लोगों को गुमराह कर सकते हैं,पर कुछ समय तक। राजनीती के खेल अलग गलियों में खेले जाते हैं इसलिए अभी आप कुछ दिन इन पुराने खिलाडियों के साथ रह देखिये, फिर टीम बना मैच खेलिए अन्यथा ये आपको दांव नहीं देंगे पहले कांग्रेस ने आप को अपना बना पटखनी दी थीअब फिर कहीं मात न खा जाएँ यह महज एक मश्वरा है