-राजेंद्र बोड़ा||
भारतीय सिनेमा और हिंदुस्तानी फिल्म संगीत के अध्येता अनिल भार्गव और उनके परिवार ने आज ‘सुर संगत’ की मेजबानी की. आज के समागम में संगीत के वयोवृद्ध रसिक बलदेव सिंह कछवाहा विशेष तौर से मौजूद थे.
भारतीय सिनेमा इतिहास के विशेषज्ञ एम डी सोनी, सिने संगीत और सिने पत्रिकाओं के संग्रहकर्ता अरुण अग्रवाल, सिने संगीत की रेकार्डों के संग्रहकर्ता इनाम उल हक़, हिंदुस्तानी फिल्मों के संग्रहकर्ता अब्दुल अज़ीज़, पुस्तक प्रकाशक राजेश अग्रवाल, डाक टिकटों, सिक्कों और नोटों के संग्रहकर्ता आलोक वर्मा, इलेक्ट्रोनिक विशेषज्ञ पी सी टाक, लेखक नवल किशोर शर्मा, फिल्मी गानों के संग्रहकर्ता पी डी माथुर, डिजिटल सिनेमा और संगीत के बाज़ार के विशेषज्ञ अनिल गुप्ता तथा राजेश सिन्हा भी संगत में शामिल थे.
हिन्दी सिनेमा के सौ साल के इतिहास को याद करती छवियों के प्रदर्शन के अलावा इतिहास का हिस्सा बन रहे सिंगल स्क्रीन सिनेमा हॉलों पर नयनतारा कोटियां की डॉक्यूमेंटरी फिल्म ‘वन शो लेस’ का भी इस अवसर पर प्रदर्शन किया गया.
अगले माह नौ मार्च को ‘सुर संगत’ की मेजबानी राजेश अग्रवाल करेंगे.