आने वाले लोकसभा चुनावों में भीतरघात की संभावनाओं को देखते हुए समाजवादी पार्टी सतर्क हो गयी है और उत्तर प्रदेश में पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त और असंतुष्ट सपा नेता निशाने पर हैं. उनकी गतिविधियों पर खुफिया तंत्र से भी निगरानी कराई जा रही और आपराधिक रिकार्ड भी खंगाले जा रहे हैं.
सूत्रों के अनुसार सपा प्रदेश भर में लोकसभा चुनाव में कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है, वैसे भी मैनपुरी लोकसभा सीट से खुद पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव चुनाव सांसद है और अगला चुनाव भी वही यहां से वह लड़ने जा रहे हैं.
विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी प्रत्याशियों का जिले में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कुछ नेताओं ने विरोध किया था. जिला पंचायत चुनाव में भी पार्टी की गुटबाजी सामने आई थी.
अब ऐसे नेताओं के बारे में पार्टी ने खुफिया एजेंसियों से भी रिपोर्ट मांगी गई है. खुफिया एजेंसियां भी उनकी हर गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं. जो कार्यकर्ता और नेता स्थानीय और राजनीतिक समीकरणों के चलते असंतुष्ट है, उनकी भी निगरानी की जा रही है.
सूत्रों की माने तो करीब एक दर्जन नेताओं के बारे में यह जांच चल रही हैं तथा उनका आपराधिक रिकॉर्ड भी एकत्र किया जा रहा है.
माना जा रहा है कि इस तरह की गतिविधियां पार्टी में बगावत के स्वर तेज करती है तथा लोकसभा चुनाव में इसका नुकसान हो सकता है. इसलिए पहले ही ऐसे लोगों पर दबाव बनाने और नहीं मानने पर उनके खिलाफ पार्टी अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की तैयारी में है.
sarkar to thiak hia but kryakrta thiak nhia hia thhagikrtya hia nichakam krtya hia bakia thhiak hia marya samjhasa