नौकरी दिलाने के बहाने अस्मत लूट लेने के मामले में फंसे राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर ने शुक्रवार की शाम को उनके बंगले पर पहुंची पुलिस टीम को मेडिकल जांच के लिए शनिवार को एसएमएस अस्पताल में मौजूद होने से इनकार कर दिया.
इसके बाद पुलिस टीम भी नागर को मौजूद होने का नोटिस सौंपकर रवाना हो गई. हालांकि, पुलिस ने न तो उनसे सवाल-जवाब किए और न ही उनका बयान लिया. जबकि दुष्कर्म की शिकार युवती के कपड़े जांच के लिए भेज दिए गए हैं.
गौरतलब है कि जयपुर के अजमेर रोड निवासी एक शादीशुदा युवती ने आरोप लगाया था कि बाबूलाल नागर ने 11 सितंबर को नौकरी का झांसा देकर पहले उनके साथ रेप किया और बाद में धमकी दी कि किसी को बताया तो भंवरी देवी जैसा हाल हो जाएगा. पीड़ित युवती पहले ही कह चुकी है कि उसे आरोपी मंत्री और उनके परिवार की तरफ से धमकाया जा रहा है.