-प्रतीक चौहान||
रायपुर, छत्तीसगढ़ की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी माने जाने वाली कांग्रेस की गृह दशा कुछ ठीक नहीं चल रही है. पहले नक्सली हमले में पार्टी के कई बड़े नेता मारे गए. वहीं अब पार्टी की अंदरूनी खींचतान इतनी बढ़ गई कि बेपटरी हुई जोगी एक्सप्रेस को सोनिया ने रेड सिग्नल दिखा दिया है.
छत्तीसगढ़ के एक न्यूज चैनल की ब्रेकिंग न्यूज पर भरोसा किया जाए तो कांग्रेस पार्टी ने अजीत जोगी को दो दिन में पार्टी छोड़ने का वक्त दिया है. कुछ सूत्रों का ये भी कहना है कि यदि दो दिनों में ऐसा नहीं हुआ तो पार्टी खुद कोई बड़ी कार्रवाई कर सकती है.
सवाल ये है कि क्या जोगी नई पार्टी बनाएंगे. क्यों कि एक दिन पहले ही अजीत जोगी ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा था कि उनकी राजनीति सोनिया गांधी से ही शुरू होती है और सोनिया गांधी पर ही खत्म. ऐसे में नई पार्टी बनाने पर अभी भी संशय की स्थिति बनी हुई है. इसकी एक वजह पूरे प्रदेश में जोगी सबसे मजबूत है, इसमें भी लोगों शंका है. वहीं दूसरी ओर लगातार पिछले दो दिनों से अलग-अलग पार्टी के नेताओं ने जोगी को जगह देने की बात कही है. अब जोगी को तय करना है कि वो प्रदेश में तीसरे मोर्चे के साथ जाएं या अलग होकर सोनिया गांधी और कांग्रेस को अपनी ताकत दिखाए. कहां जाता है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चरणदास महंत को जोगी स्वीकार नहीं करते. यह एक बड़ी वजह है कि दोनों के बीच लड़ाई इतनी बढ़ गई कि अब बात पार्टी से अलग होने या निकाले जाने तक पहुंच गई है.
जोगी भी अपने राजनातिक जीवन की एंटी लड़ाई लड़ रहें हैं.आज के युग में उनके सभी पांसे उलटे पद रहें है,इसलिए कभी हताश हो डींग मारने के लिए लंगोटा घुमाने की बात करते हैं,कभी सोनिया के चरणों में पड़ते हैं.पर अब खेल की अंतिम तीन चार चाले ही रही हैं,जिसमें वे शाह देने का ढोंग कर रहें है,पर हाथ आने वाला कुछ नहीं.पार्टी भी उनसे पिंड छुड़ाना चाहती है,पर अब दोनों ही एक दुसरे को छोड़ नहीं पा रहे,कांग्रेस ने उनसे मुक्ति नहीं पाई तो वह अपना मैदान खो बैठेगी.
जोगी भी अपने राजनातिक जीवन की एंटी लड़ाई लड़ रहें हैं.आज के युग में उनके सभी पांसे उलटे पद रहें है,इसलिए कभी हताश हो डींग मारने के लिए लंगोटा घुमाने की बात करते हैं,कभी सोनिया के चरणों में पड़ते हैं.पर अब खेल की अंतिम तीन चार चाले ही रही हैं,जिसमें वे शाह देने का ढोंग कर रहें है,पर हाथ आने वाला कुछ नहीं.पार्टी भी उनसे पिंड छुड़ाना चाहती है,पर अब दोनों ही एक दुसरे को छोड़ नहीं पा रहे,कांग्रेस ने उनसे मुक्ति नहीं पाई तो वह अपना मैदान खो बैठेगी.