-चन्दन सिंह भाटी||
राजस्थान के बाड़मेर जिले के बायतू इलाके के झांक गांव में एक शिक्षक के द्वारा स्कूल में पढने वाली छात्राओ के साथ अश्लील हरकते करने और छात्राओं के साथ अभद्र आचरण करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और ग्रामीणों ने झांक गाँव के विद्यालय का ताला जड़ कर शिक्षक के खिलाफ कार्यवाही की मांग की हैं.
बायतू पंचायत समिति के झाक गाँव में स्थित इस विद्यालय के शारीरिक शिक्षक कुम्भाराम पर इस तरह के गम्भीर और शिक्षक के पेशे को कलंकित करने वाले आरोप लगाने वाले ग्रामीणों के पास स्कूल शिक्षक की छात्राओं से बात चीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग तक मौजूद हैं. ग्रामीणों का आरोप हैं कि आरोपी शारीरिक शिक्षक छात्राओं को फ़ैल करने की धमकियां देकर छात्राओं के फोन नम्बर हासिल करता था और बाद में उनसे अश्लील बाते करता था. मंगलवार सुबह स्कूल में बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे और स्कूल को बंद करवा दिया और इन ग्रामीणों की मांग की हैं कि शारीरिक शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए अन्यथा मजबूरन उनको उग्र आन्दोलन करना पड़ेगा. प्रधानाध्यापक पदमा राम ने इस स्कूल बंद की घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी तब मौके पर बायतू तहसीलदार महावीर जैन , अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी बायतू ब्लोक लालाराम पहुंचे और ग्रामीणों की शिकायत सुनकर उन्हें जांच कर कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. छात्रों के अनुसार यह शारीरिक शिक्षक छात्राओं के साथ गलत हरकते करते हुए उनको बदनीयती से परेशान करते था और उनको भी धमकाता था कि अगर वे किसी से यह बात कहेंगे तो उनको फ़ैल कर दिया जायेगा.
ग्रामीणों के अनुसार जिस उम्मीद और बिना संदेह के स्कूलों में शिक्षको पर भरोसा कर वे अपनी बेटियों को पढने के लिए भेजते हैं उस भरोसे को इस शिक्षक ने तोडा हैं और शिक्षक पेशे की मर्यादा को भी तार तार कर दिया हैं. ग्रामीणों की माने तो इस शिक्षक की गलत हरकतों और गलत आचरण के कारण ही उन्होंने स्कूल की ताला बंदी की हैं.
दूसरी तरफ मौके पर पहुंचे बायतू तहसीलदार महावीर जैन ने ग्रामीणों से बातचीत कर समझाइश की और उन्हें आश्वस्त किया कि इस गम्भीर मामले पर प्रशासन कार्रवाई करते हुए जाँच करेगा और आरोपी शिक्षक के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी.
बाड़मेर के बायतू इलाके में हुई इस घटना के बाद पूरे इलाके में इस शिक्षक के खिलाफ रोष हैं. ग्रामीणों ने प्रशासन को चेतावनी दी हैं कि अगर आरोपी शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्यवाही नही की गई तो ग्रामीण कड़े कदम उठाते हुए आन्दोलन करेंगे.