-नारायण परगाई||
देहरादून के सचिवालय स्थित मीडिया सेन्टर में आज दोपहर पत्रकारों को कमरे में कैद कर दिया गया, जिससे वहां मौजूद कई पत्रकारों में हड़कम्प मच गया. हुआ यूं कि रोजाना की तरह सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में पत्रकार अपना काम निपटा रहे थे और उसके बाद करीब आधे घंटे तक पत्रकारों के कमरों में बाहर से कुंडी लगाकर उन्हें बंद कर दिया गया.
सवाल यह उठ रहा है कि आखिर किसने पत्रकारों को कैद करने की कोशिश की थी, जिसका खुलासा होना जरूरी है. ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो पाए. यदि यह किसी की शरारत थी तो क्या मीडिया सेंटर में आने वाले इन शरारती तत्वों पर सूचना विभाग कोई नकेल कस पाएगा.
सूचना विभाग के कई अधिकारी मीडिया सेंटर को पत्रकारों के आराम का स्थल मानते हैं उनकी नजर में यहां आने वाले निकम्मे पत्रकार जिनका खबरों से कोई वास्ता नहीं होता वह रोजाना चाय की चुस्कियों का आनन्द लेते हैं. वर्तमान में मीडिया सेंटर की बदहाली भी किसी से छुपी नहीं है. यहां पर लगी फैक्स मशीन को विभाग द्वारा हटा दिया है क्योंकि यहां कई पत्रकारों ने मीडिया सेंटर को ही अपना ऑफिस बना लिया है.