शिवकर लिग्नाईट परियोजना के लिए किसान किसी भी कीमत पर जमीन नहीं देंगे…
बाड़मेर पिछले सात सालो से भूमि अवाप्ति का दंश भोग रहे बाड़मेर जिले के किसानो ने हुंकार भरी कि इस बार किसी भी कीमत पर जमीन अवाप्त होने नहीं देंगे. राज्य सरकार पहले यह बताये कि भूमि अवाप्त क्यों की जा रही है? यह पहले किसानो को बताये. यह बात लीगल मित्र संस्था द्वारा एक निजी होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में सचिव रितेश शर्मा ने कही. उन्होंने बताया की शिवकर लिग्नाईट परियोजना के नाम पर सरकार भूमि मालिको को बताये बिना भूमि अवाप्ति की प्रक्रिया कर रही है जो सरकार की पारदर्शिता पर सवालिया निशान है. उन्होंने कहा कि शिवकर लिग्नाईट परियोजना के लिए जो जमीन अवाप्ति प्रस्तावित है, उससे राष्ट्रीय सुरक्षा की अस्मिता जुडी है.
उन्होंने कहा कि उत्तरलाई वायु सेना शिवकर के पास है. उत्तरलाई राष्ट्रिय सुरक्षा के लिए अहम् है. उन्होंने बताया शिवकर में खनन कार्य प्रस्तावित है. इस खनन से उत्तरलाई वायु सेना की सुरक्षा जन्हा खतरे में पद जायेगी वन्ही बाढ़ जैसी परिस्थिति से निपटने के उत्तरलाई को सुरक्षित रखने के लिए पानी का नाला शिवकर में ही बनाया गया जब भूमि अवाप्त होगो तो उत्तरलाई भी नहीं बचेगी. उन्होंने बताया की किसानो को सरकार पहले यह बताये की जमीन की अवाप्ति किस कारण से हो रही है और क्यों हो रही है.भूमिदारो को यह जानने का पूरा अधिकार है.
उन्होंने कहा कि सरकार किसानो को अँधेरे में रख कर भूमि अवाप्त करना चाहती है जो इस बार किसान होने नहीं देंगे. उन्होंने कहा की किसान राष्ट्र के विकास में हर तरह का योगदान देने के लिए तत्पर है मगर सरकार को भी पारदर्शिता बरत कर किसानो को सही जानकारी देनी चाहिए. उन्होंने बताया की सरकार किसानो को गुमराह कर रही है. भूमि अवाप्ति की कोई आवश्यकता नहीं होने के बावजूद किसानो को बेदखल करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने बताया की गिरल पॉवर प्लांट बुरी तरह असफल है.इन पॉवर प्लांट से ना तो जनता को फायदा हो रहा है न ही सरकार को . इस प्लांट को कोयला कपुरडी जालिपा लिग्नाईट परियोजना से दिया जा कर भूमि अवाप्ति की प्रक्रिया को रोका जा सकता है.
लीगल मित्र संस्था के बाड़मेर प्रभारी अधिकारी विक्रम सिंह राठोड ने बताया कि किसानो की तरफ से संस्था ने उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर कर भूमि अवाप्ति रोकने की मांग रखी है. किसान किसी भी कीमत पर जमीन नहीं देंगे इसके लिए आन्दोलन की रूप रेखा तय हो चुकी है.
शिवकर भूमि अवाप्ति के विरोध में आज शांति मार्च के साथ शुरू होगा धरना
बाड़मेर शिवकर लिग्नाईट परियोजना के लिए अवाप्त की जा रही शिवकर बेल्ट की जमीन के विरोध में क्षेत्र की किसान लीगल मित्र संस्था के बैनर तले मंगलवार प्रातः ग्यारह बजे गांधी चौक से शांति मार्च निकलेगा. संस्था के विक्रम सिंह तारतार ने बताया की सैंकड़ों किसान शांति मार्च में शामिल होकर गांधी चौक से कलेक्ट्रेट पहुंचेंगे तथा वंहा धरने पर बैठेंगे. किसान भूमि अवाप्ति का विरोध कर रहै है. उन्होंने बताया कि किसानो का यह धरना उनतीस अक्टूबर तक चलेगा.