तीन घण्टे तक जाम रहा 15 नम्बर हाईवे, पुलिस प्रशासन की समझाईश के बाद खुला जाम, देर शाम तक धरने पर बैठे ग्रामीणों को पुलिस व प्रशासन के दो दिन में कार्यवाही के आश्वासन के बाद उठाया धरना कहा अगर दो दिन तक कार्यवाही नहीं हुई तो फिर से होगा आन्दोलन…
-जैसलमेर से मनीष रामदेव||
-जैसलमेर जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर बाडमेर रोड पर छोड गांव के समीप आज सुबह गौवंश के की हत्या के मामले ने तूल पकड लिया, हत्या के बाद पुलिस की ढुलमुल कार्यवाही से आक्रोशित हुए ग्रामीणों ने 15 नम्बर हाईवे पर जाम लगा दिया और पुलिस व प्रशासन पर गौवंश के हत्यारों को पकडने के लिये दबाव बनाने लगे। भीड का नेतृत्व कर रहे पूर्व विधायक सांगसिंह भाटी ने इस संबंध में जिला प्रशासन के अधिकारियों से बात करते हुए कहा कि गौवंश की तस्करी व हत्या के मामले पिछले कुछ दिनों से जैसलमेर में बढते जा रहे हैं ऐसे में पुलिस द्वारा उचित कार्यवाही नहीं किये जाने के चलते इन तस्करों व हत्यारों के हौंसले बुलंद होते जा रहे हैं उन्होंनं कहा कि गौवंश हिन्दुओं के लिये पूज्य होता है ऐसे में गौवंश के साथ हो रहे इस अत्याचार को किसी भी किमत पर सहा नहीं जायेगा।
क्या था मामाल- ग्रामीणों के अनुसार मंगलवार देर रात को गौवंश की तस्करी करने वाले किसी ट्रक में लदे गौवंश में कुछ के मर जाने पर ट्रक चालकों द्वारा उन्हें सडक के किनारे डाल दिया था, ग्रामीणों ने जब सुबह सडक पर पडे गौवंश को देखा तो उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी लेकिन पुलिस ने मौके पर पहुंचने में देरी की व पहंुचने के बाद भी कोई ठोस कार्यवाही नहीं की जिस पर ग्रामीण और अधिक भडक गये और आस पास के गांवों के लोगों को भी सूचित कर दिया जिस पर सुबह नौ बजते बजते हजारों की संख्या में ग्रामीण घटना स्थल पर एकत्र हो गये और मरे हुए गौवंश को देख कर और अधिक आक्रोशित होकर पुलिस कार्यवाही की मांग को लेकर रास्ता जाम कर दिया
मरीजों पर दिखाई दया- आन्दोलनकारियों द्वारा हाईवे जाम के दौरान लगी वाहनों की कतारों के चलते वाहनों में सवार बीमार लोगों को रास्ता देने के लिये आन्दोलनकारियों ने संवेदनशीलता दिखाई बसों व अन्य साधनों में सवार बीमार लोग जो कि जैसलमेर इलाज के लिये जा रहे थे उन्हें रास्ता दिया गया शेष सभी वाहनों को रोक लिया गया।
नेतागिरी चमकाने की लगी होड– गौवंश हत्या की इस घटना के बाद जहां आक्रोशित ग्रामीण आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे वहीं जैसलमेर के कई नेता इस घटना का राजनैतिक लाभ लेने का प्रयास करते भी दिखाई दिये, भारतीय जनता पार्टी के छोटे व बडे कद के कई नेता घटना स्थल पर पहुंचे और भीड का नेतृत्व करने का प्रयास करते दिखाई दिये लेकिन भीड ने इनकी मंशा को भांपते हुए इन्हें कम ही भाव दिया
सांगसिंह भाटी की रही मांग- घटना के बाद जब पुलिस व प्रशासन द्वारा आक्रोशित भीड को समझाईश के प्रयास किये गये ताकि हाईवे जाम को खुलवाया जा सके तो ग्रामीणों ने अपनी अगुवाई के लिये पूर्व विधायक सांगसिंह भाटी को मौके पर बुलाने की मांग की और कहा कि सांगसिंह भाटी के नेतृत्व में ही अब पुलिस व प्रशासन से कोई समझौता किया जायेगा
मेरी खुली घोसना है जो भी इएन हत्तिय्रो का राईट हैण्ड [दांया हाथ ] कट के रखेगा ५००० नकद राशी उसे भाई को में दूंगा इएन कसाईयो की हत्तिया तो तुरान्नत करदो हाथ कट के उसी रास्ते पर पेड़ पर लटका के रखो जन्हा से ये ट्रक निलते है भारत में मेरी माँ को मार ने वाले को जीने का अधिकार नहीं है यदि के मौका मुझे म प में मिले तो में इएन हत्तियारो को उसी जगह मार डालूँगा