हालांकि मधुकांत ने मीडिया दरबार को बताया था कि उन्होंने अपना इस्तीफा नहीं सौंपा है, लेकिन राघवेश अस्थाना ने सभी के इस्तीफे की पुष्टि की। सूत्रों का कहना है कि प्रबंधन और इस्तीफा देने वाले वरिष्ठों में कुछ मतभाद थे जिनके न सुलझ पाने के कारण यह उलटफेर हुआ। गौरतलब है कि इन लोगों ने पिछले दिनों चैनल सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रबंधन की अनुमति के बिना ही कुछ बड़ी टीम बना ली थी जिसके बाद कई मीडियाकर्मियों को इस महीने की तनख्वाह तक नहीं मिली थी।
बताया जाता है कि अधिक भर्ती किए गए लोगों की तनख्वाह के मुद्दे पर जब बीच का कोई रास्ता नहीं निकल सका और प्रबंधन का इशारा होने के बाद राघवेश अस्थाना, वीएन झा, मधुकांत श्रोतिय और श्रीनिवास को इस्तीफा दे देना पड़ा.
इस तरह अपनी शुरुआत से बमुश्किल एक साल के भीतर तीसरी बार यह चैनल मुखिया विहीन हो गया है। इससे पहले दो चैनल प्रमुखों अमिताभ भट्टाचार्य और शिव कुमार राय को तब ही इस्तीफा देना पड़ा था तब चैनल लांच भी नहीं हुआ था । खास बात यह है कि अभी भी यह तय नहीं हुआ है कि चैनल में कितने लोग रहेंगे और कितनों को गुडबाय कहना पड़ेगा।
समुन्द्र में गोते लगाने के बाद राग्वेश तालाब का पानी कैसे पीते, पहले प्रज्ञा ,महुआ जैसे संसथान को चूसने के बाद छोटे तालाब का पानी तो उन्हें कड़वा ही लगेगा ….
लोग patani क्यों संस्थानों का पैसा चूस कर अपनी जेबे गरम करते रहते हैं