यूनाइटेड ब्रेवरीज समूह के कर्ता धर्ता विजय माल्या द्वारा दो हज़ार तीन में अपने इकलौते पुत्र सिध्दार्थ माल्या को उसके जन्मदिन पर दी गई बेशकीमती सौगात किंगफिशर एयरलाइंस बिलकुल तबाह हो चुकी है तथा अब किंगफिशर एयरलाइंस द्वारा किराये पर लिए गए विमानों पर किसका कब्जा रहे इसे लेकर एएआई और लीजदाता कम्पनियों में खींचतान शुरू हो गई है. भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआइ) ने चेन्नई हवाई अड्डे पर खड़े किंगफिशर के छह विमानों को लीजदाताओं को लौटाने से इन्कार कर दिया है.
किंगफिशर लीज पर लिए गए इन विमानों का लम्बे समय से किराया नहीं चुका पाई है. इसके चलते किंगफिशर एयरलाइंस को किराये पर विमान देने वाले लीजदाता इन विमानों को वापस माग रहे हैं. मगर एएआइ ने इन विमानों को देने से साफ इन्कार कर दिया है क्योंकि उसे भी एयरलाइंस से लैंडिंग और पार्किंग फीस के रूप में करीब 300 करोड़ रुपये वसूलने हैं. एक लीजदाता ने एएआइ को विमान वापस हासिल करने के लिए कानूनी नोटिस भी जारी किया है.
एएआइ के प्रवक्ता ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि प्राधिकरण अपनी रकम वसूलने के लिए विभिन्न विकल्पों पर विचार कर रहा है. किंगफिशर पिछले पाच माह से अपने कर्मचारियों को वेतन का भुगतान भी नहीं कर पाई है. किंगफिशर एयरलाइंस पर एएआइ के अलावा तेल कंपनियों, लीजदाताओं, सरकार के कर आदि के सैकड़ों करोड़ रुपये बकाया हैं. दूसरी तरफ किंगफिशर के प्रवक्ता इस मामले पर कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं.
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